इमरजेंसी व ट्रामा केयर तकनीशियन हॉस्पिटल या हॉस्पिटल के बाहर आपातकालीन चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रशिक्षित होते हैं। इमरजेंसी तकनीशियन को आपात स्थितियों में जैसे कोई दुर्घटना का क्षेत्र, या आपदा क्षेत्र में जल्द से जल्द प्रतिक्रिया लेने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। ये तकनीशियन एम्बुलेंस में भी रहते हैं क्यूंकि आपातकाल में सबसे पहले एम्बुलेंस ही पहुँचती है ।
- आपातकालीन तकनीशियन गम्भीर बीमार मरीज कुशलता पूर्वक स्थानान्तरित करने के लिए भी प्रशिक्षित होते हैं एवं डॉक्टर के आने तक प्राथमिक उपचार देते है।
अर्हता : इण्टर विज्ञान वर्ग, जीव विज्ञान व गणितद्ध के उत्तीर्ण छात्र अर्ह है।
अवधि : 2 वर्ष
आय : न्यूनतम 17 वर्ष
उद्देश्य:
- यह कोर्स सफलतापूर्वक पूर्ण करने के पश्चात छात्र/ छात्राएं इमरेजेंसी व ट्रामा केयर क्षेत्र में डॉक्टर के सीधे सम्पर्क में रहकर कार्य करते है।
- नर्सिंग स्टाफ का सहायक बनना।
- आपातकालीन स्थिति से निपटने के अवसर।
- अति गम्भीर डिपार्टमेंन्ट जैसे आई.सी.यू. में कार्य करना।
कार्यक्षेत्र:
- सरकारी एम्बुलेंस, हैलीकॉप्टर सेवा में गम्भीर मरीज को ले जाने का कार्य मिलता हैं
- आपातकालीन सेवायें प्रदान कर सकते हैं।
- इस डिलोमा के पश्चात 100% सरकारी नौकरी के अवसर प्राप्त होते है। स्वयं सेवी संस्थाओं में भी कार्य करने के अवसर मिलते है।
- अग्निशमन विभाग में काम करने का अवसर।
- पब्लिक एम्बुलेंस में काम करने का अवसर।
- पब्लिक एम्बुलेंस में काम करने का अवसर।
- बड़े-बड़े उद्योगों में अवसर
- ट्रामा देख -रेख, प्राथमिक उपचारक के रूप में कार्य करना।
- सभी सरकारी एवं प्राइवेट अस्पतालों में गम्भीर विभाग जैसे आई.सी.यू., एन.आई.सी.यू., एच.डी.यू., कार्डिक केयर यूनिट में काम करने के अवसर प्राप्त होते है।